जयपुर में PCPNDT टीम की बड़ी कार्रवाई: पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन गिरोह का भंडाफोड़, बंगाल से आया तस्कर गिरफ्तार
राजस्थान में PCPNDT टीम की बड़ी कार्रवाई, जयपुर में पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन बेचने आए आरोपी की गिरफ्तारी, भ्रूण लिंग जांच गिरोह का खुलासा।

जयपुर - राजस्थान के जयपुर में राज्य पीसीपीएनडीटी (PCPNDT) टीम ने भ्रूण लिंग जांच में उपयोग की जाने वाली अवैध पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीनों के अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। यह कार्रवाई राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डॉ. अमित यादव के निर्देशन में की गई, जिसमें पश्चिम बंगाल से जयपुर पहुंचे आरोपी अमिताभ भादुरी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी विदेशी पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन की डिलीवरी देने आया था।
दो महीने की गुप्त निगरानी के बाद हुआ खुलासा
राज्य के एएसपी (PCPNDT) डॉ. हेमंत जाखड़ के अनुसार, बीते दो महीनों से इस गिरोह की गतिविधियों पर गहन नजर रखी जा रही थी। मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक संगठित गिरोह देशभर में पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीनों का अवैध व्यापार कर रहा है। शुरुआती जांच में सामने आया कि ये मशीनें 7 से 10 लाख रुपये में बेची जाती थीं।
इसके बाद टीम ने एक रणनीति के तहत पश्चिम बंगाल के हुगली निवासी 45 वर्षीय अमिताभ भादुरी से संपर्क साधा और उससे 6.25 लाख रुपये में एक मशीन का सौदा तय किया। कुछ राशि एडवांस में दी गई और बाकी पैसे मशीन की डिलीवरी के समय देने की बात हुई।
रेलवे स्टेशन से सेंट्रल पार्क तक साया बनी रही टीम
अमिताभ भादुरी जैसे ही जयपुर रेलवे स्टेशन पर मशीन लेकर पहुंचा, टीम उसे ट्रैक करने लगी। प्रतीक्षालय में रुकते हुए उसने गिरोह के सरगना डॉ. आदित्य मुरारका को वॉइस मैसेज भेजा, जिसमें उसने सतर्कता बरतने और पुलिस को चकमा देने की बात कही। दिलचस्प बात यह रही कि उसने फिल्मी अंदाज में डॉन वाला डायलॉग भी बोला – "डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है। और वो डॉन हो आप, डॉ. आदित्य मुरारका।"
स्टेशन से शहर के कुछ प्रमुख स्थानों पर घूमने के बाद जैसे ही वह सेंट्रल पार्क पहुंचा, पहले से तैयार पीसीपीएनडीटी टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा
पूछताछ में सामने आया कि यह मशीन लाइफ प्लस हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड, कोलकाता के डॉ. आदित्य मुरारका से प्राप्त की गई थी। आरोपी ने स्वीकार किया कि यह गिरोह विदेश से अवैध रूप से पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन मंगवाकर भारत के विभिन्न राज्यों में बेचता था। टीम ने तत्काल कोलकाता पुलिस और प्रशासन को इस गिरोह के मुख्य सरगना और कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भेज दिए हैं।
विदेशी मशीन, छोटा पैकेट – बड़ा खतरा
यह मशीन एक छोटे सूटकेस में आसानी से समा जाती है और इसमें कलर डॉपलर तकनीक भी उपलब्ध है। साथ ही आवश्यक केबल्स और जांच उपकरण भी शामिल थे। यह मशीन भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए प्रयुक्त की जाती है, जो PCPNDT अधिनियम के तहत पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
टीम में शामिल रहे जांबाज अधिकारी
इस ऑपरेशन में बीकानेर टीम की भूमिका सराहनीय रही। बीकानेर ज़ोन के निदेशक डॉ. देवेंद्र चौधरी और PCPNDT प्रभारी महेन्द्र सिंह चारण ने मामले की शुरू से लेकर अंत तक बारीकी से निगरानी की। पीबीआई थाना प्रभारी सीआई सत्यपाल यादव, सीआई संतोष कुमार शर्मा और पुलिसकर्मी नरेंद्र कुमार, कैलाश, शानू चौधरी व राजंती की सजगता और सतर्कता ने इस कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाया।
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