बिलासपुर : भरमौर के बागवानों का सेब बगीचों व घरों में सडने को हुआ मजबूर
भरमौर क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन से संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त, सेब बागवानों की फसल मंडियों तक नहीं पहुंच पा रही। लाखों का नुकसान और रोजी-रोटी पर संकट गहराया।

बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश) । पिछले दिनों हुई भारी बारिश के कारण जगह-जगह हुए लैंडस्लाइड से यहां के बागवानों का सेब बगीचों व घरों में सडना शुरू हो गया है। जिसके कारण यहां के बागवानों को लाखों रुपए की चपत लगने की संभावना बढ़ गई है। पठानकोट भरमौर नेशनल हाईवे भी अभी तक पूरी तरह से नहीं खुला है लिहाजा गांव के लिंक रोड का तो नामोनिशान कई जगह मिट गया है। जिसके कारण यहां के बागवान अपने सेब को मंडियों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक भरमौर कुगति उलांसा होली व आसपास के क्षेत्र में अभी तक सैकड़ो क्विंटल सेब बगीचों व घरों में बागबानों ने तोड़कर रखा हुआ है। लेकिन पिछले दिनों हुई भारी बारिश के कारण संपर्क मार्ग व मुख्य मार्ग क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण बागबान अपने सेब के उत्पादन को मंडियों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। लिहाजा यहां के बागवान पूरी तरह से मायूस व चिंतित हैं। लोगों को नगदी फसल घर व बगीचों में सड़ने का डर सताने लगा है। हालांकि प्रशासन द्वारा संपर्क मार्गों को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य शुरू कर दिया गया है। लेकिन अभी तक भी गांवों के संपर्क मार्ग को बहाल करने में काफी समय लग सकता है।
विधानसभा क्षेत्र भरमौर में कई क्षेत्र ऐसे हैं जो पूरी तरह से ही सेब की फसल पर निर्भर हैं। लेकिन मौसम की मार के कारण अब उन पर रोजी रोटी का संकट मंडराने लगा है।
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