करौली में 7 सोनोग्राफी सेंटरों का निरीक्षण, पीसीपीएनडीटी एक्ट की सख्ती से पालन करने के निर्देश
डॉ. जयंतीलाल मीणा ने करौली के सोनोग्राफी केंद्रों का निरीक्षण कर रिकॉर्ड जांची, भ्रूण लिंग परीक्षण पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी।

करौली। जिले में भ्रूण लिंग परीक्षण रोकने और पीसीपीएनडीटी अधिनियम की सही पालना सुनिश्चित करने के लिए जिला नोडल अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जयंतीलाल मीणा ने हिंडौन मुख्यालय पर सात सोनोग्राफी सेंटरों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान विनीता सोनोग्राफी, भगवान महावीर सोनोग्राफी, आशा नर्सिंग होम, राजगिरीश सोनोग्राफी, मंगलम सोनोग्राफी, अमायरा सोनोग्राफी और अमन अस्पताल के सोनोग्राफी केंद्रों की जांच की गई।
डॉ. मीणा ने सेंटरों के रिकॉर्ड, विशेषकर सोनोग्राफी पंजिका व एफ फॉर्म की समीक्षा की और रजिस्टर के संधारण में सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने संचालकों को निर्देशित किया कि वे गर्भ काल में की गई सोनोग्राफी की संख्या, जीवित बच्चों की स्थिति तथा जन्मे बच्चों के लिंग का सही-सही विवरण रजिस्टर में अंकित करें। इसके साथ ही पीसीपीएनडीटी अधिनियम का कड़ाई से पालन अनिवार्य करने पर भी जोर दिया गया।
निरीक्षण के दौरान सूरौठ स्थित महावीर सोनोग्राफी सेंटर की मशीन निष्क्रिय पाई गई, जिस कारण उसे सीज कर दिया गया। इस मौके पर डीपीसी-आईईसी लखन सिंह लोधा भी मौजूद रहे।
जिला कार्यक्रम समन्वयक नगीना शर्मा ने एक्टिव ट्रैकर के माध्यम से एफ फॉर्म की जांच कर लिंगानुपात में सुधार के लिए भ्रूण लिंग परीक्षण रोकने में सहयोग की अपील की है।
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