Vice President Election: उपराष्ट्रपति पद को लेकर राजस्थान में अटकलें तेज, कई नाम चर्चा में

Aug 9, 2025 - 10:19
Aug 9, 2025 - 10:33
 0
Vice President Election: उपराष्ट्रपति पद को लेकर राजस्थान में अटकलें तेज, कई नाम चर्चा में

चुनाव आयोग द्वारा उपराष्ट्रपति पद के लिए नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। हाल ही में पद से इस्तीफा दे चुके जगदीप धनखड़ राजस्थान के किसान वर्ग से आते थे, जिससे उम्मीदें हैं कि नया चेहरा भी राजस्थान से हो सकता है।

हालांकि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व और केंद्र सरकार के सूत्रों के अनुसार, एनडीए का उम्मीदवार ओबीसी या मुस्लिम समुदाय से होने की संभावना जताई जा रही है। ओबीसी में जाट या यादव समाज को प्राथमिकता देने की चर्चा है, जिससे भाजपा तीन राज्यों और बड़े समुदाय को साधने की रणनीति बना रही है। संभावित नामों में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, और गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत शामिल हैं। हालांकि इनका राजस्थान से प्रत्यक्ष जुड़ाव नहीं है — देवव्रत हरियाणा के जाट समाज से आते हैं।

राजस्थान का उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति पद से जुड़ाव
राजस्थान से पहले भी कई बड़े नाम देश के उच्च पदों से जुड़े रहे हैं।

  • शंकरदयाल शर्मा: 1987-1992 तक उपराष्ट्रपति और 1992-1997 तक राष्ट्रपति रहे। उनकी पत्नी राजस्थान की थीं।

  • भैरोंसिंह शेखावत: 2002-2007 तक उपराष्ट्रपति और तीन बार राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे, मूल निवासी झुंझुनूं।

  • जगदीप धनखड़: 2022-2025 तक उपराष्ट्रपति रहे, मूल निवासी झुंझुनूं।

  • प्रतिभा पाटिल: 2007-2012 तक राष्ट्रपति रहीं। उनके पति सीकर के लोसल के निवासी थे।

भाजपा में चर्चा के केंद्र में तीन नाम
भाजपा के भीतर राजस्थान से तीन नेताओं के नाम प्रमुखता से सामने आ रहे हैं — पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी, और सिक्किम के राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर।

  • वसुंधरा राजे की पीएम मोदी से मुलाकात इस्तीफे के बाद चर्चा का कारण बनी।

  • घनश्याम तिवारी ने राज्यसभा में धनखड़ का इस्तीफा मंजूर होने की घोषणा की, और इसके बाद पीएम मोदी से मुलाकात की।

  • ओमप्रकाश माथुर को संगठन का निष्ठावान और पीएम मोदी का करीबी माना जाता है, जिससे पार्टी में उनके नाम को सबसे उपयुक्त माना जा रहा है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Raj Kumar Bijoriya राज कुमार बिजोरिया – ज़मीनी सच्चाइयों की आवाज़ राज कुमार बिजोरिया मिशन की आवाज़ के समर्पित पत्रकार हैं, जो ग्रामीण और सामाजिक मुद्दों की गहराई तक जाकर निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं। वे समाज के उन पहलुओं को उजागर करते हैं जो अक्सर मुख्यधारा की मीडिया से अनदेखे रह जाते हैं। उनकी रिपोर्टिंग का मुख्य केंद्र ग्राम्य विकास, शिक्षा, जल समस्या, सामाजिक न्याय और वंचित वर्गों की आवाज़ है। राज कुमार की कलम में सच्चाई है, और उनकी पत्रकारिता में ज़िम्मेदारी। वे न केवल समाचार बताते हैं, बल्कि समाज को जागरूक करने का कार्य भी करते हैं। मिशन की आवाज़ के साथ जुड़कर उन्होंने कई जमीनी रिपोर्ट्स, विशेष कवरेज और जन-सरोकार से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है। उनका उद्देश्य पत्रकारिता को एक सकारात्मक बदलाव का माध्यम बनाना है।