शिक्षक से नेता बनने निकले दीर्घनारायण प्रसाद का सपना टूटा, नामांकन रद्द
शिक्षक की नौकरी छोड़ राजनीति में आए दीर्घनारायण प्रसाद का चुनावी सफर BRS और NOC की कमी से थमा, जानें पूरी कहानी।
वाल्मिकीनगर: वाल्मिकीनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने उतरे शिक्षक दीर्घनारायण प्रसाद का राजनीतिक सफर शुरू होने से पहले ही थम गया. लंबे समय तक शिक्षा सेवा में रहने के बाद जनसूराज पार्टी से चुनाव लड़ने की मंशा लेकर उन्होंने शिक्षक की नौकरी को अलविदा कहा, लेकिन उनका नामांकन पत्र जांच के दौरान निरस्त कर दिया गया ।
नामांकन में गंभीर खामी, अधूरे कॉलम बने वजह
पश्चिम चम्पारण के 9 विधानसभा क्षेत्रों से कुल 25 प्रत्याशियों के नामांकन रद्द किए गए हैं. इन्हीं में शामिल हैं दीर्घनारायण प्रसाद, जो वाल्मिकीनगर से जनसूराज के उम्मीदवार थे. निर्वाचन कार्यालय की जांच में उनके नामांकन पत्र के कई कॉलम अधूरे पाए गए, जो नियमों के अनुसार गंभीर त्रुटि मानी गई.
BRS स्वीकृत नहीं, NOC की भी कमी
जिला निर्वाचन कार्यालय के मुताबिक दीर्घनारायण प्रसाद ने शिक्षकीय सेवा से ऐच्छिक सेवानिवृत्ति (BRS) के लिए आवेदन जरूर दिया था, लेकिन उन्हें अभी तक विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) प्राप्त नहीं हुआ था. जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि उनका BRS आवेदन अभी स्वीकृत नहीं हुआ है. ऐसे में वे तकनीकी रूप से अब भी सरकारी कर्मचारी माने गए, और यही कारण बना उनके नामांकन खारिज होने का ।
ईमानदार छवि, लेकिन अधूरी तैयारी
दीर्घनारायण प्रसाद ने जनता के बीच ‘ईमानदार उम्मीदवार’ की छवि बनानी शुरू की थी. वे क्षेत्र में लगातार जनसंपर्क कर रहे थे और एक साफ-सुथरी राजनीति का वादा कर रहे थे. लेकिन तकनीकी खामी और जरूरी दस्तावेजों की कमी उनकी चुनावी उम्मीदवारी पर भारी पड़ी.
What's Your Reaction?