पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने आदर्श आचार संहिता ने पैसे बांटे, कटाव पीड़ितों को दी आर्थिक सहायता
बिहार में पप्पू यादव ने कटाव पीड़ितों को चार-चार हजार रुपये की मदद दी, जिससे एक नया विवाद खड़ा हो गया है। जानें पप्पू यादव का क्या कहना था।

Purnia MP Pappu Yadav : बिहार में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने वैशाली जिले के सहदेई प्रखंड के गनियारी गांव में नदी के कटाव से बेघर हुए 80 परिवारों को चार-चार हजार रुपये की नकद राशि देकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। गुरुवार को पप्पू यादव इस गांव में पहुंचे, जहां उन्होंने कटाव पीड़ितों की स्थिति को देखते हुए यह मदद दी और स्थानीय सांसद चिराग पासवान तथा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय पर तीखा हमला बोला।
पप्पू यादव ने कटाव पीड़ितों की बदहाली को देखकर कहा, "लगातार लोग अपने घरों को खो रहे हैं, लेकिन न तो प्रशासन और न ही स्थानीय नेता इनकी मदद के लिए आगे आ रहे हैं। ऐसे नेताओं को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। प्रशासन ने इन लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया है, लेकिन मुझे फर्क पड़ता है, इसलिए मैं यहां आया हूं।"
जब पप्पू यादव से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर सवाल किया गया, तो उन्होंने बिना झिझक के कहा, "मुझे आचार संहिता की परवाह नहीं है। जो लोग बेघर हो गए हैं, उनके पास कम से कम तिरपाल खरीदने के लिए पैसे तो होने चाहिए, ताकि वे कुछ दिन और जी सकें।" उन्होंने यह भी साफ किया कि वह गरीबों की मदद करते रहेंगे, चाहे इसके लिए उन्हें किसी के विरोध का सामना करना पड़े।
कटाव पीड़ित लालबाबू राय ने इस दौरान बताया, "अब तक कोई भी नेता हमारी समस्या को देखने नहीं आया था। पप्पू यादव पहले व्यक्ति हैं, जो हमारी मदद के लिए आए और हमें आर्थिक सहायता दी।" इस कदम ने पीड़ितों को कुछ राहत तो दी, लेकिन चुनाव के दौरान सीधे तौर पर पैसे बांटने को लेकर राजनीतिक बहस भी छेड़ दी है।
अब यह देखना होगा कि चुनाव आयोग इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या पप्पू यादव पर कोई कार्रवाई की जाएगी।
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