झाड़-फूंक के चक्कर में गई महिला की जान, समय पर इलाज मिलता तो बच सकती थी जिंदगी
सपोटरा में सांप के काटने से महिला की मौत, इलाज में देरी से गई जान। जानें क्यों न बच पाई महिला की जिंदगी।
सपोटरा ( करौली ) । सपोटरा क्षेत्र के नारायणपुर टटबाड़ा गांव की एक महिला की सांप के काटने से दर्दनाक मौत हो गई। समय पर उचित इलाज न मिलने और अंधविश्वास के चलते झाड़-फूंक में समय गंवाने के कारण महिला की जान नहीं बच सकी।
जानकारी के अनुसार, मृतका मनीषा को दोपहर करीब 3 बजे सांप ने काट लिया था। परिजन उसे तुरंत अस्पताल ले जाने के बजाय बूकना गांव स्थित तेजाजी के स्थान पर झाड़-फूंक के लिए ले गए। बताया गया कि मनीषा उस वक्त तक बिल्कुल सामान्य स्थिति में थी और बातचीत कर पा रही थी।
तेजाजी स्थान पर मौजूद बाबाओं ने उसे भभूत खिलाई और झाड़-फूंक करना शुरू किया, जिससे महिला की तबीयत धीरे-धीरे बिगड़ने लगी। वहां मौजूद कुछ लोगों ने समय रहते अस्पताल ले जाने की सलाह भी दी, लेकिन परिजनों ने डॉक्टर के पास ले जाने की बजाय बाबाओं की बातों पर विश्वास किया।
करीब दो घंटे तक इलाज के अभाव में महिला की हालत गंभीर हो गई और आखिरकार शाम 5 बजकर 30 मिनट पर उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अगर समय रहते उसे अस्पताल पहुंचाया जाता, तो उसकी जान बच सकती थी। विशेषज्ञों के अनुसार, सांप ने पूरा जहर छोड़ दिया था, जो मौत की मुख्य वजह बना।
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