सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में पदयात्रा कार्यक्रम का हुआ आयोजन
Dholpur News : सरदार पटेल ने कश्मीर से कन्याकुमारी और गुजरात से असम तक एक भारत का निर्माण किया। उन्होंने देश का केवल भौगोलिक एकीकरण ही नहीं किया, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था की नींव भी रखी। उनका त्याग, देशभक्ति और दृढ़संकल्प आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा। एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को आत्मसात कर मनाया जा रहा भारत पर्व केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत, विविधता और एकता का पर्व है।
जिला कलक्टर श्रीनिधि बी टी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती सरदार@150 माय भारत युवा केन्द्र एवं वंदे मातरम@150 के मचकुण्ड सरोवर पर आयोजित कार्यक्रम उद्धबोधन में कहा कि यह आयोजन आज देश के महत्वपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रमों में से एक है। देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति, कला, व्यंजन और हस्तशिल्प एक मंच पर प्रदर्शित होना सरदार पटेल के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के स्वप्न को साकार करता है।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के भारत छोड़ने के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल ने राज्यों की रियासतों को भारत में जोड़ने के लिए प्रेरित किया। जब भी देश को जोड़ने की बात आती है तो सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि आज हम वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ भी मना रहे हैं।
इस गीत ने भारतवासियों की चेतना को जगाकर गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने की प्रेरणा दी और हमें स्वराज्य के पथ पर अग्रसर होने की शक्ति प्रदान की। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम देश के नागरिकों में चेतना जगाने वाला गीत है। वंदे मातरम केवल एक गीत नहीं बल्कि यह भारत माता के प्रति श्रद्धा, राष्ट्र भक्ति और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक है। यह गीत हमारे कर्तव्य, कर्म और कर्मभूमि के प्रति सदैव समर्पित रहने के प्रेरणा देता है।
पदयात्रा संभाग संयोजक जितेन्द्र मीणा ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल का व्यक्तित्व इतना विशाल है कि उसे शब्दों में समेटना कठिन है। एक साधारण परिवार में जन्मे इस महापुरुष ने अपनी मेहनत, लगन और दृढ़ इच्छाशक्ति से भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि वर्ष 1947 में आजादी की खुशी के साथ ही देश को विभाजन की त्रासदी भी सहनी पड़ी। ये वो समय था जब भारत देशी रियासतों में बिखरा हुआ था। ऐसे कठिन समय में सरदार पटेल ने अपनी राजनीतिक दूरदर्शिता, कूटनीतिक कौशल और दृढ़ इच्छाशक्ति से रियासतों को भारत में मिलाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रगीत वंदे मातरम एक भावना, एक मंत्र है, जिसमें भारत के प्राण बसते है। हमारी आजादी के लिए अनेक लोगों ने बलिदान दिया है। तब जाकर हमें आजादी मिली है। यह भारत की आन, बान और शान का प्रतीक है। यह भविष्य का सूचक है। देश को राष्ट्र निर्माण की जरूरत है। राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम भारत के स्वाधीनता आन्दोलन का मूल मंत्र था। वंदे मातरम हमे अपनी सांस्कृतिक जड़ों और राष्ट्रीय अस्मिता से जोड़ने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय गीत स्वतंत्रता आन्दोलन की आत्मा रहा और आज भी युवाओं को राष्ट्र भक्ति के लिए प्रेरित करता है।
जिला पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने युवाओं को लौह पुरुष सरदार पटेल का अनेकता में एकता राष्ट्र निर्माण एवं देश भक्ति का संदेश गांव-गांव, ढाणि-ढाणि पहुॅचाने का आव्हान किया।
भाजपा जिला अध्यक्ष राजवीर सिंह राजावत ने कहा कि यह इस देश का दुर्भाग्य है कि जिस महापुरुष ने देश को एक सूत्र में बांधा और भारत की अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया, उसे दशकों तक उचित सम्मान नहीं मिला, मगर आज समय परिवर्तित हो चुका है। राष्ट्र के सच्चे निर्माताओं को वह सम्मान दिया जा रहा है, जिसके वे हकदार हैं और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। नीरजा शर्मा एवं डॉ. शिवचरण कुशवाह ने वंदे मातरम एवं लौह पुरुष सरदार पटेल के आदर्शों पर चलने के लिए अपने विचार साझा किए।
पदयात्रा को जिला कलक्टर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पदयात्रा से पूर्व एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम के तहत गांधी पार्क में जिला कलक्टर ने वृक्षारोपण किया तथा राष्ट्रगीत वंदे मातरम के साथ पदयात्रा की शुरुआत हुई। पदयात्रा में प्रतिभागियों द्वारा हाथों में तिरंगा झंडा लेकर भागीदारी निभाई गई। युवाओं ने जोश में भारत माता, सरदार पटेल एवं देशभक्ति के नारे लगाए। पदयात्रा में विद्यालय एवं महाविद्यालयों के विद्यार्थी, एनएसएस, एनसीसी, माय भारत, पुलिस बैण्ड तथा विभिन्न युवा एवं सामाजिक संगठनों द्वारा सहभागिता निभाई।
पदयात्रा के दौरान शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि एवं श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में कक्षा 10वीं की छात्रा सिद्धि ने वंदे मातरम तथा कक्षा 8वीं के छात्र विपुल द्वारा सरदार वल्लभ भाई पटेल पर वक्तव्य दिया। स्कूल की छात्रा आराध्या, डॉली, कृतिका, धानी एवं प्राची ने देश भक्ति पर नृत्य प्रस्तुत कर सबका मन मोह किया। छात्रा अनन्या, निशा, तनुष्का, अनन्या द्वारा राष्ट्रगीत वंदे मातरम की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में जिला कलक्टर द्वारा आत्मनिर्भर भारत एवं नशा मुक्त भारत की शपथ दिलाई। कार्यक्रम के अंत में जिला युवा अधिकारी हर्षित खंडेलवाल ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद ए एम सोमनाथ, उपखंड अधिकारी कर्मवीर सिंह, गजेन्द्र सिंह, राहुल राणा, विशंभर दयाल शर्मा, नन्दकिशोर शुक्ला, मुकेश सक्सैना, राजीव रस्तोगी, वाचाराम बघेल, धीर सिंह जादौन, कल्पना शर्मा, विनय परमार, सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
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