नरेश मीणा की 'जन क्रांति यात्रा' का ऐलान: नंगे पैर निकलेंगे अन्याय के खिलाफ, हजारों युवा होंगे साथ
राजस्थान के युवा नेता नरेश मीणा 21 जुलाई से 'जन क्रांति यात्रा' की शुरुआत करेंगे। कामखेड़ा बालाजी से नंगे पैर निकलकर अन्याय और जनता के हक के लिए आवाज उठाएंगे। जानें इस यात्रा का उद्देश्य और सियासी मायने।

राजस्थान : टोंक थप्पड़ कांड के बाद सुर्खियों में आए नरेश मीणा एक बार फिर सियासी चर्चाओं में हैं। जेल से बाहर आने के बाद उनके बेबाक इंटरव्यू और खुलकर रखे गए राजनीतिक विचार चर्चा का विषय बने हुए हैं। अब उन्होंने एक बड़ा राजनीतिक कदम उठाते हुए 21 जुलाई से 'जन क्रांति यात्रा' शुरू करने का ऐलान किया है।
नरेश मीणा ने जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी दी कि यह यात्रा झालावाड़ के मनोहर थाना स्थित कामखेड़ा बालाजी मंदिर से आरंभ होगी। खास बात यह है कि नरेश यह यात्रा नंगे पैर करेंगे। उन्होंने इस यात्रा को शहीद भगत सिंह से प्रेरित बताया है और कहा है कि यह कदम उन्होंने जनता के अधिकारों और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए उठाया है।
यात्रा की शुरुआत और उद्देश्य
20 जुलाई यानी आज नरेश मीणा अपने गांव जाकर माता-पिता का आशीर्वाद लेंगे और अगले दिन यात्रा की शुरुआत करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि उनका मकसद युवाओं को जोड़कर सामाजिक परिवर्तन लाना है। यह यात्रा कहां तक पहुंचेगी, इसका निर्धारण जनता की भागीदारी और समर्थन के अनुसार होगा।
हजारों समर्थकों की तैयारी
सूत्रों के अनुसार, इस यात्रा में हजारों की संख्या में युवा और समर्थक शामिल होंगे। यह यात्रा केवल एक पदयात्रा नहीं बल्कि एक सामाजिक और राजनीतिक संदेश देने का माध्यम बन सकती है।
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