UP News: बुलंदशहर के खुर्जा में दर्दनाक सड़क हादसा: 8 श्रद्धालुओं की मौत, 50 घायल
बुलंदशहर के खुर्जा में एनएच 34 पर दर्दनाक सड़क हादसा: श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली को कंटेनर ने मारी टक्कर, 8 की मौत, 50 घायल। पुलिस और प्रशासन ने शुरू की जांच, घायलों का इलाज जारी।

बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश: राष्ट्रीय राजमार्ग 34 (एनएच 34) पर अरनिया क्षेत्र के घटाल गांव के पास रविवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं से भरे एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को तेज रफ्तार कंटेनर ने पीछे से टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि लगभग 50 लोग घायल हो गए। घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
पुलिस के अनुसार, यह हादसा रविवार देर रात करीब 2:15 बजे हुआ। कासगंज जिले के सोरो थाना क्षेत्र के रफायदपुर गांव के लगभग 60-61 श्रद्धालु एक ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर राजस्थान के हनुमान गढ़ जिले में स्थित गोगामेडी मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे थे। रविवार शाम 6 बजे गांव से रवाना हुए ये श्रद्धालु जब बुलंदशहर के अरनिया थाना क्षेत्र के घटाल गांव के पास पहुंचे, तभी पीछे से तेज रफ्तार में आ रहे एक कंटेनर ने उनकी ट्रॉली में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई, और उसमें सवार सभी लोग सड़क पर बिखर गए।
मृतकों और घायलों की स्थिति
एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि इस हादसे में आठ लोगों की जान चली गई। मृतकों में चांदनी, रामबेटी, ईपू बाबू, धनीराम, मौश्री, शिवांश, और दो अन्य शामिल हैं। घायलों में से 45 लोगों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। इनमें से तीन लोग गंभीर हालत में वेंटिलेटर पर हैं, जबकि बाकी की स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
घायलों को निम्नलिखित अस्पतालों में भर्ती कराया गया है:
कैलाश अस्पताल: 29 लोग भर्ती, जिनमें से दो बच्चों सहित छह लोगों को मृत घोषित किया गया।
मुनी सीएचसी: 18 लोग भर्ती, जिनमें से दो की मृत्यु हो गई।
जटिया अस्पताल : 10 लोग भर्ती।
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई शुरू की। एसपी देहात डॉ. तेजवीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने राहगीरों और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) शंकर प्रसाद, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) प्रमोद कुमार पांडेय, उपजिलाधिकारी (एसडीएम) प्रतीक्षा पांडेय, और क्षेत्राधिकारी (सीओ) पूर्णिमा सिंह के साथ चार थानों का पुलिस बल मौजूद रहा।
पुलिस ने कंटेनर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और लापरवाही को हादसे का कारण माना जा रहा है।
स्थानीय लोगों का सहयोग -
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने भी राहत और बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कई राहगीरों ने पुलिस और एंबुलेंस के पहुंचने से पहले घायलों को अपने वाहनों से अस्पताल पहुंचाने में मदद की। इस त्वरित सहायता से कई लोगों की जान बचाने में मदद मिली।
डीएम श्रुति ने अस्पतालों में भर्ती घायलों का हालचाल जाना और चिकित्सकों को बेहतर उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है, और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
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