समरावता की मिट्टी को नमन कर बोले नरेश मीणा – अब हर परिवार की सेवा करूंगा बेटे की तरह
Naresh Meena - 8 महीने जेल में रहने के बाद रिहा हुए नरेश मीणा ने समरावता गांव पहुंचकर भावुक अंदाज में सेवा का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, "मैं गांव का बेटा हूं, और आखिरी सांस तक हर परिवार की सेवा करूंगा।"

Naresh Meena : 8 महीने जेल में बिताने के बाद जमानत पर रिहा हुए नरेश मीणा ने सोमवार को जैसे ही समरावता गांव में कदम रखा, गांववासियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद वे सीधे अपने गांव पहुंचे, जहां उन्होंने गांव की धरती को माथे से लगाकर आभार जताया और भगवान देवनारायण के दर्शन किए।
गांव में जनसभा को संबोधित करते हुए नरेश मीणा ने भावुक अंदाज में कहा, “समरावता ने मुझे नया जीवन दिया है। अब मैं यहां का श्रवण कुमार बनकर हर परिवार की अंतिम सांस तक सेवा करता रहूंगा।” उन्होंने यह भी कहा, “मैं यहां का बेटा हूं और बेटे की तरह ही आपके बीच रहूंगा।”
रिहाई के बाद टोंक से समरावता तक जगह-जगह उनके समर्थक नजर आए, जिनमें युवाओं और बुजुर्गों की संख्या बड़ी थी। पूरे रास्ते में उत्साह और स्वागत का माहौल देखने को मिला।
नरेश मीणा ने यह भी वादा किया कि वे कुछ दिन बाद फिर गांव लौटेंगे और पूरा समय लोगों के साथ बिताएंगे। उनका यह दौरा राजनीतिक से ज्यादा भावनात्मक नजर आया, जिसमें उन्होंने जनता से सीधे जुड़ने और सेवा भाव को प्राथमिकता देने की बात कही।
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