CBSE स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक NCERT की किताबें अनिवार्य
सीबीएसई ने पहली से आठवीं कक्षा तक एनसीईआरटी की किताबें अनिवार्य कर दी हैं। यह शिक्षा मंत्रालय की पहल है, जो छात्रों को समान और गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए लागू की गई है।

भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की नई पहल के तहत अब सीबीएसई स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक केवल एनसीईआरटी की किताबों का ही पालन किया जाएगा। यह निर्णय शिक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आदेशों के बाद लिया गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी छात्र समान और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त करें।
अब तक सीबीएसई की नौवीं से बारहवीं कक्षा तक एनसीईआरटी की किताबों का पालन किया जाता था, लेकिन इस नए बदलाव से शिक्षा की समानता और गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, कई निजी स्कूलों में गैर-आवश्यक निजी प्रकाशकों की किताबें छात्रों पर अनावश्यक दबाव बनाती थीं। इस फैसले से यह प्रवृत्ति समाप्त होगी और छात्रों को केवल निर्धारित मानकों के अनुरूप सामग्री मिलेगी।
इस कदम का उद्देश्य न केवल शिक्षा में समानता लाना है, बल्कि राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की गुणवत्ता को सुनिश्चित करना भी है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे बच्चों को बेहतर और प्रभावी तरीके से सीखने का अवसर मिलेगा।
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