करौली में आपातकाल के 50 साल पर लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान, डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा रहे मुख्य अतिथि

करौली में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी द्वारा आपातकाल की 50वीं बरसी के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर वर्ष 1975 में आपातकाल के दौरान जेल गए लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान के उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा थे। इस दौरान ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर, भाजपा प्रवक्ता सौरव सारस्वत और जिला प्रभारी प्रेम प्रकाश शर्मा समेत कई भाजपा नेता मंच पर मौजूद रहे।
कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानियों को शॉल और माला पहनाकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में सुरेश चंद्र गुप्ता, कैलाश चंद्र शर्मा, उधो सिंह एडवोकेट, केसर सिंह नरूका और कैलाश चंद्र शर्मा हिंडौन शामिल हैं।
डिप्टी सीएम बैरवा ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय राजनीति में निर्भीकता और राष्ट्रवाद का प्रतीक थे। उन्होंने राष्ट्रहित में अपना बलिदान दिया।
उन्होंने आपातकाल को भारत के लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय बताया और कहा कि उस दौरान प्रेस की स्वतंत्रता छीनी गई, आम नागरिकों के अधिकार कुचले गए और विपक्षी नेताओं को जेलों में डाल दिया गया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि आपातकाल केवल एक घटना नहीं, बल्कि लोकतंत्र के लिए चेतावनी है कि यदि जनता सतर्क नहीं रहेगी तो संविधान और लोकतंत्र पर संकट आ सकता है।
इस दौरान धीरेंद्र बैंसला, गजेंद्र सिंह जादौन, रमेश मीणा, इंदू जाटव, राजकुमारी जाटव, रामनिवास मीणा, महेंद्र मीणा सहित भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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