पटना में अशोक गहलोत की एंट्री से सुलझा सीट बंटवारे का विवाद
बिहार चुनाव से पहले अशोक गहलोत ने पटना में तेजस्वी यादव से मुलाकात कर सीट बंटवारे का विवाद सुलझाया। महागठबंधन में फिर दिखी एकजुटता।
पटना । बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन (INDIA ब्लॉक) के भीतर चल रही सीटों की खींचतान अब थमती दिख रही है। कांग्रेस और राजद के बीच कुछ सीटों को लेकर बढ़े विवाद को सुलझाने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत को पटना भेजा। गहलोत ने तेजस्वी यादव और राजद नेतृत्व से मुलाकात कर आपसी मतभेद को दूर करने की कोशिश की।
पटना पहुंचने के बाद गहलोत ने तेजस्वी यादव से करीब एक घंटे तक बंद कमरे में चर्चा की। इस दौरान राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी थोड़ी देर के लिए बैठक में मौजूद रहे। बातचीत के बाद गहलोत ने मीडिया से कहा कि “महागठबंधन पूरी तरह से एकजुट है। 243 सीटों में से सिर्फ कुछ सीटों पर हल्की असहमति है, बाकी सब कुछ तय हो चुका है।”
दरअसल, बीते कुछ हफ्तों से कांग्रेस और राजद के बीच सीट बंटवारे पर तकरार तेज हो गई थी। कांग्रेस का कहना था कि उसे “कमज़ोर सीटें” दी जा रही हैं, वहीं राजद को लगता था कि कांग्रेस ज़रूरत से ज़्यादा सीटों की मांग कर रही है। कई जगहों पर दोनों दलों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी थी, जिससे “फ्रेंडली फाइट” की स्थिति बन गई थी।
कांग्रेस नेतृत्व ने इसी तनाव को कम करने के लिए गहलोत को आगे किया। गहलोत ने बातचीत के जरिए न सिर्फ कई विवादित सीटों पर समझौता कराया, बल्कि गठबंधन की एकजुटता का संदेश भी दिया। सूत्रों के मुताबिक, अब केवल 5-6 सीटों पर “फ्रेंडली फाइट” बनी रहेगी, जबकि बाकी सीटों पर सहमति बन चुकी है।
इस पूरी कवायद से तेजस्वी यादव की भूमिका भी और मज़बूत हुई है। अब वे न केवल राजद के नेता के तौर पर, बल्कि महागठबंधन के प्रमुख प्रचारक के रूप में भी चुनावी मैदान में उतरेंगे।
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