नरेश मीणा पर एफआईआर, पीएम-सीएम के खिलाफ अभद्र टिप्पणी का आरोप
नरेश मीणा पर अभद्र टिप्पणी का आरोप, महापंचायत के दौरान पीएम और सीएम के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने का मामला।
राजस्थान के करौली जिले में विधानसभा उपचुनाव से पहले चर्चित युवा निर्दलीय नेता नरेश मीणा मुश्किलों में घिरते हुए नजर आ रहे हैं। 21 नवंबर को सपोटरा उपखंड की ग्राम पंचायत जोड़ली में आयोजित महापंचायत के दौरान नरेश मीणा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के खिलाफ कथित रूप से अभद्र टिप्पणियां की थीं। इस पर भाजपा के जिला विधि प्रकोष्ठ के सह-संयोजक विकास सिंह ने शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
डूंगरी बांध के विरोध में विवादित बयान
राम जल सेतु लिंक परियोजना (PKC-ERCP) के तहत डूंगरी बांध के निर्माण के विरोध में आयोजित इस महापंचायत में हजारों किसान और ग्रामीण शामिल हुए थे। मंच से नरेश मीणा ने चेतावनी दी थी कि अगर बांध निर्माण कार्य शुरू हुआ तो इसे रोकने के लिए "आर-पार की लड़ाई" लड़ी जाएगी और जरूरत पड़ने पर ट्रेन रोकने जैसे कदम भी उठाए जाएंगे। इस दौरान उन्होंने पीएम और सीएम के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसके बाद यह मामला तूल पकड़ गया।
विकास सिंह का आरोप – छवि धूमिल करने का प्रयास
विकास सिंह ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि नरेश मीणा ने संवैधानिक पदों पर बैठे नेताओं के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया, जिससे ना सिर्फ उनकी व्यक्तिगत छवि प्रभावित हुई, बल्कि इन पदों की गरिमा भी आहत हुई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और अब जांच शुरू कर दी है।
वीडियो से मामला गरमाया
महापंचायत का यह पूरा घटनाक्रम वीडियो के रूप में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद नरेश मीणा के खिलाफ यह विवाद और बढ़ गया। पुलिस अब इस वीडियो और शिकायत के आधार पर आगे की जांच कर रही है।
राजनीतिक मंच पर विवाद बढ़ा
इस घटना ने विधानसभा उपचुनाव से पहले करौली जिले की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है। नरेश मीणा के समर्थकों ने इसे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का हिस्सा बताया है, जबकि उनके विरोधी इसे उनकी अपरिपक्वता और अनियंत्रित बयानबाजी के रूप में देख रहे हैं।
अब देखना यह है कि इस मामले में पुलिस और प्रशासन किस दिशा में कार्रवाई करते हैं।
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