दिल्ली कार ब्लास्ट: ED की बड़ी कार्रवाई, फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर छापा
दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार धमाके की जांच अब और तेज हो गई है। मंगलवार की सुबह, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी और उससे जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी। यह कार्रवाई 'टेरर फंडिंग' यानी आतंकी गतिविधियों के लिए पैसा मुहैया कराने के शक में की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, ED की कई टीमें सुबह 5 बजे से ही दिल्ली-NCR में अलग-अलग जगहों पर तलाशी ले रही हैं।
यूनिवर्सिटी पर क्यों कस रहा है शिकंजा?
जांच एजेंसियों को शक है कि इस धमाके के तार यूनिवर्सिटी से जुड़े कुछ लोगों से मिल सकते हैं।
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पैसों के लेन-देन की जांच: ED ने 'मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट' (PMLA) के तहत यह मामला उठाया है। टीम यह पता लगा रही है कि क्या यूनिवर्सिटी के फंड का इस्तेमाल इस हमले की साजिश रचने या आतंकियों की मदद करने में किया गया था।
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चेयरमैन को समन: दिल्ली पुलिस ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन, जावेद अहमद को पूछताछ के लिए बुलाया है। उन्हें दो बार समन भेजा जा चुका है ताकि वे यूनिवर्सिटी के कामकाज और संदिग्ध लोगों से उनके संबंधों पर सफाई दे सकें।
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NIA की कार्रवाई: इससे पहले NIA ने "आत्मघाती हमलावर" डॉ. उमर नबी के दो करीबियों को गिरफ्तार किया था। अब एजेंसियां उनके पूरे नेटवर्क को खंगाल रही हैं।
अब तक 14 लोगों की मौत
इस दर्दनाक हादसे में अब तक 14 लोगों की जान जा चुकी है। जहां एक तरफ पुलिस और NIA हमले की साजिश की परते खोल रही हैं, वहीं ED की एंट्री का मतलब है कि अब आरोपियों की आर्थिक कमर तोड़ने की तैयारी भी पूरी है। अधिकारी फिलहाल यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड्स और बैंक खातों की बारीकी से जांच कर रहे हैं।
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