भीषण सर्दी में बेघरों के लिए संगठन आगे आया, शुरू किया बड़ी मदद मुहिम
हिन्डौन सिटी, करौली: क्षेत्र में पड़ रही कड़ाके की सर्दी ने खुले आसमान के नीचे रहने वाले बेघर लोगों की हालत बेहद दयनीय कर दी है। तापमान में लगातार गिरावट और शीतलहर के असर को देखते हुए इंडियन ह्यूमन राइट्स सर्विस ऑर्गनाइजेशन ने संगठन के जिलाध्यक्ष सचिन के नेतृत्व में उप-जिलाधिकारी (SDM) को ज्ञापन सौंपकर तुरंत राहत देने की मांग की।
फुटपाथ और सड़क किनारे सोने वालों के लिए बढ़ी परेशानी
ज्ञापन में बताया गया कि कस्बे, बाजार और बस स्टैंड जैसे क्षेत्रों में बड़ी संख्या में गरीब, वृद्ध, महिलाएँ और मानसिक रूप से असहाय लोग फुटपाथों व खुले स्थानों पर रात गुजारते हैं। इनके पास न तो गर्म कपड़े हैं और न ही ठंड से बचाने का कोई साधन।
जिलाध्यक्ष सचिन ने कहा— “यह लोग हमारी जिम्मेदारी हैं, ठंड से कोई जीवन संकट में नहीं पड़ना चाहिए”
ज्ञापन सौंपते समय जिलाध्यक्ष सचिन ने कहा कि
“कड़ाके की ठंड में फुटपाथों पर सोने वाले लोग सबसे ज्यादा जोखिम में हैं। इनके पास न कंबल है, न रजाई, और न ही सिर ढकने की जगह। प्रशासन को तुरंत राहत सामग्री उपलब्ध करानी चाहिए। यह सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि एक मानवीय जिम्मेदारी है कि किसी भी व्यक्ति की जान ठंड के कारण खतरे में न पड़े।”
उन्होंने यह भी कहा कि संगठन की टीम लगातार ऐसे स्थानों पर नजर रख रही है जहाँ बेघर लोग रात बिताते हैं, और उनकी कठिनाइयों को देखते हुए प्रशासनिक हस्तक्षेप बहुत जरूरी हो गया है।
मुख्य माँगें
संगठन ने SDM के समक्ष निम्नलिखित माँगें रखीं—
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बेघर और फुटपाथों पर सोने वाले लोगों को तुरंत कंबल, रजाई और गर्म कपड़े उपलब्ध कराए जाएँ।
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बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, मुख्य चौराहों और बाजार क्षेत्र में राहत अभियान चलाकर सामग्री वितरित की जाए।
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नाइट शेल्टर (रैन बसेरा) को सक्रिय कर बेघर लोगों को वहाँ सुरक्षित ठहराने की व्यवस्था की जाए।
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स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऐसे लोगों की स्वास्थ्य जांच करवाई जाए ताकि ठंड से होने वाली बीमारियों को रोका जा सके।
प्रशासन से तत्काल कदम उठाने की अपील
संगठन ने उम्मीद जताई कि SDM संवेदनशीलता दिखाते हुए जल्द से जल्द राहत कार्य शुरू करेंगे, ताकि सर्दी की मार से किसी भी व्यक्ति को अपनी जान जोखिम में न डालनी पड़े।
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