विश्व रेबीज दिवस पर हिंडौन में पशुपालकों को जागरूक किया गया, निशुल्क वैक्सीनेशन अभियान
हिंडौन सिटी में विश्व रेबीज दिवस पर पशुपालकों को रेबीज से बचाव और उपचार के बारे में जानकारी दी गई, निशुल्क वैक्सीनेशन अभियान चलाया गया।

हिंडौन सिटी, करौली : राजकीय बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय हिंडौन सिटी में रविवार को विश्व रेबीज दिवस के अवसर पर पशुपालकों और जन सामान्य को रेबीज बीमारी के बारे में जागरूक किया गया। इस दौरान पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने रेबीज के लक्षण, बचाव और उपचार के बारे में जानकारी दी।
उपनिदेशक पशुपालन, डॉ. बने सिंह मीणा ने बताया कि "रेबीज एक ला इलाज बीमारी है।" उन्होंने कहा कि यदि किसी कुत्ते, बिल्ली, बंदर या अन्य जंगली पशु द्वारा काट लिया जाए तो प्रभावित स्थान को गहराई तक साबुन से धोकर शीघ्र एंटी रेबीज वैक्सीन लगवानी चाहिए। यह वैक्सीनेशन जीवन रक्षक साबित हो सकती है।
पशुधन प्रसार अधिकारी, राजेश शर्मा ने बताया कि "पालीक्लिनिक हिंडौन सिटी में पालतू पशुओं के लिए एंटी रेबीज वैक्सीन निशुल्क उपलब्ध है।" उन्होंने श्वान पालकों से अपील की कि वे अपने पालतू श्वान का नियमित वैक्सीनेशन कराएं।
इस अवसर पर वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीयूष गोयल और रामराज मंडावत ने जानकारी दी कि अप्रैल से अब तक 296 पालतू पशुओं का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। आज, *विश्व रेबीज दिवस* के मौके पर 15 पालतू पशुओं जैसे कुत्ते और बिल्लियों का एंटी रेबीज वैक्सीनेशन किया गया।
वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी, डॉ. विनय मंगल और डॉ. केशव गुप्ता ने बताया कि रेबीज वायरस जनित बीमारी है, जो *रेवड़ो वायरस* से फैलती है और यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है। इसका एकमात्र इलाज टीकाकरण है, जो रेबीज से बचाव में मदद करता है।
इस मौके पर डॉ. आकांक्षा गर्ग, वरिष्ठ पशुधन प्रसार अधिकारी ब्रह्मानंद गुप्ता, पशुधन निरीक्षक आशीष शुक्ला, सुशील लहकोड़िया, प्रमोद कुमार, राहुल बेनीवाल सहित अन्य विभागीय कार्मिक मौजूद रहे।
वैक्सीनेशन के लिए पालतू पशु मालिकों को निःशुल्क सुविधा विभागीय पशु चिकित्सालय में उपलब्ध कराई जाती है।
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