हनुमान बेनीवाल ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की, MSP पर की चर्चा
हनुमान बेनीवाल ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर किसानों के हित में MSP पर कानून, उर्वरक किल्लत और सड़क कनेक्टिविटी जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की।

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने संसद भवन में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। इस बैठक में बेनीवाल ने किसानों के हित में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
बेनीवाल ने मंत्री जी से मांग की कि कृषि क्षेत्र में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून बनाया जाए, ताकि किसानों को अपनी उपज की सही कीमत मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि MSP पर की जाने वाली खरीद में किसी भी प्रकार के राइडर (अड़चनों) को हटाया जाए, ताकि किसान अपनी पूरी उपज MSP पर बेच सकें। इसके अलावा, उन्होंने नकली खाद, बीज और पेस्टीसाइड्स के बढ़ते व्यापार पर रोकथाम के लिए प्रभावी कानूनी कदम उठाने की अपील की।
नागौर और डीडवाना-कुचामन जिले की वंचित ढाणियों को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत डामर सड़क से जोड़ने की मांग भी बेनीवाल ने केंद्रीय मंत्री के समक्ष रखी। उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों में सड़क कनेक्टिविटी की कमी के कारण किसानों और स्थानीय निवासियों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
बेनीवाल ने यह भी बताया कि राजस्थान के किसानों को हर वर्ष DAP और यूरिया की भारी किल्लत का सामना करना पड़ता है, जिसके कारण कृषि कार्य प्रभावित होते हैं। इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए उन्होंने रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय से समन्वय स्थापित करने की बात की।
स्वर्गीय अरुण जेटली के वित्त मंत्री रहते हुए राजस्थान के लिए केंद्रीय शुष्क विश्विद्यालय की स्थापना की घोषणा की गई थी, लेकिन यह अभी तक लंबित है। इस संदर्भ में बेनीवाल ने केंद्रीय मंत्री से अनुरोध किया कि यह विश्वविद्यालय नागौर में स्थापित किया जाए, जिससे क्षेत्र के किसानों और विद्यार्थियों को लाभ हो सके। इसके साथ ही, उन्होंने नागौर संसदीय क्षेत्र में मुंग का अंतर्राष्ट्रीय स्तर का शोध केंद्र स्थापित करने पर भी चर्चा की।
यह बैठक किसानों की समस्याओं और उनके लिए संभावित समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
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