आरक्षण वर्गीकरण से दूर होगी DSC समाज की दरिद्रता - परिवर्तन
करौली में परिवर्तन का "आरक्षण वर्गीकरण से दूर होगी DSC समाज की दरिद्रता" विषय को लेकर संस्था के केंद्रीय अध्यक्ष वेदवीर सिंह आदिवासी की अध्यक्षता में करोली के इन गार्डन में आयोजित हुवा परिवर्तन संस्था का आठवां जिला अधिवेशन। जिसका संचालन अनूप कुमार। इस अवसर पर संस्था प्रमुख चौ0 विनोद अंबेडकर की बतौर मुख्य अतिथि गरिमामई उपस्तिथि रही। अधिवेशन का आरंभ भीम गर्जना गीत के साथ बाबा साहब के सम्मुख पुष्प अर्पित कर किया गया। तथा समापन संस्था के समूह गान के साथ हुआ।
मुख्य अतिथि एवं संस्था प्रमुख चौ0 विनोद अम्बेडकर ने विषयगत संबोधन में कहाकि सुप्रीम कोर्ट ने देश के वंचित समाज को कोटे में कोटा का वर्गीकरण कर समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक शिक्षा और नोकरियो में आगे बढ़ने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया है इसके लिए DSC समाज उनका सदैव आभारी रहेगा। वर्गीकरण के फैसले के बाद आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, केरला, तमिलनाडु, कर्नाटक और हरियाणा ने इसे लागू करने की घोषणा भी की किंतु उत्तर भारत में तमाम प्रदेशों की सरकारों ने इस पर मौन धारण किया हुवा है। हम उत्तर भारत के तमाम राज्यों की सरकारों से अनुरोध करते है कि वह भी सुप्रीम कोर्ट के वर्गीकरण फैसले को DSC समाज के हक में फिफ्टी फिफ्टी बांटकर अविलंब लागू करे ताकि वंचित समाज भी शिक्षा और नोकरी के क्षेत्र में आगे बढ़ सके। देश के प्रधानमंत्री अंत्योदय की बात करते है DSC समाज जो अंतिम पायदान पर खड़ा है उसको वर्गीकरण मिले तो अंत्योदय काफी हद तक संभव है इसी से देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विकसित भारत बनाने का सपना भी साकार होगा। चौ0 साहब ने आगे कहाकि बाबा साहब की विचारधारा पर चलकर SC समाज की कुछ जातियां आरक्षण के बल पर निश्चित रूप से शिक्षा नौकरी और सत्ता में काफी आगे बढ़ गई लेकिन उन्होंने अपने बहुत पीछे छूट गए अपने ही DSC समाज को आगे नहीं बढ़ाया जबकि दलित, बहुजन, मूलनिवासी के नाम पर इनसे वोट और सपोर्ट हमेशा लेते रहे जो उनके साथ बड़ा धोखा है। जिसके लिए DSC समाज उन्हे कभी माफ नहीं करेगा । अंत में उन्होंने DSC समाज से आह्वान किया कि छोटे छोटे जातिगत और क्षेत्रीय संगठन बनाकर अपनी शक्ति को नष्ट मत करो बल्कि राष्ट्रीय स्तर एक संगठन, एक नेतृत्व, एक विचारधारा के साथ एकजुट होकर लड़ाई लड़ने को कमर कस लो जब तक आपको आपका हक नही मिल जाता।
प्रदेश अध्यक्ष सोहन चावरिया, महिलाविंग अध्यक्ष श्रीमती उषा चरनाल, केंद्रीय मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार, अमृतलाल धोबी, विशिष्ठ अतिथि रहे।
अधिवेशन में मुख्यरूप से महासचिव सूरज डागर, जिला अध्यक्ष अनूप कुमार, संदीप डागर, जितेंद्र बाल्मीकि, मनीष नकवाल, मनोज घेंघट, राजीव घेंगट, ग्यासी हल्दिया, मुन्नालाल हल्दिया, ऋषभ कुमार, सन्नी, अमर, रवि, बालकिशन महावर, अशोक तंबोली, गौरव तंबोली, मुकेश जादौन, बबली बिसनारिया, संजय पटेल, बाबूलाल डागर, अरुण जादौन, कु0 काजल, कु0 गरिमा, रामबाबू गोडीवाल, अजय विश्वाश, प्रवीण लखन, अमित बौद्ध, आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
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