राजस्थान में भारी बारिश का अलर्ट: 27 जिलों में येलो अलर्ट
राजस्थान में मानसून हुआ सक्रिय, 27 जिलों में येलो अलर्ट जारी। हनुमानगढ़, बीकानेर समेत कई जिलों में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित। 13 जुलाई तक तेज बारिश का दौर जारी रहने की संभावना।

जयपुर, 10 जुलाई 2025: राजस्थान में मानसून अब पूरी रफ्तार पकड़ चुका है। मौसम विभाग ने राज्य के 27 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। जयपुर, अजमेर, कोटा, सीकर सहित कई प्रमुख जिलों में 11 जुलाई से तेज बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार, बारिश का यह दौर 13 जुलाई तक जारी रह सकता है।
मानसून सीजन में अब तक 121% ज्यादा बारिश
राज्य में 1 जून से 8 जुलाई तक सामान्य औसत से 121 फीसदी अधिक वर्षा हो चुकी है। इससे स्पष्ट है कि इस बार मानसून ने समय से पहले और अपेक्षा से ज्यादा सक्रियता दिखाई है। बुधवार को उत्तर-पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
हनुमानगढ़ में 9 घंटे की मूसलधार बारिश, जनजीवन अस्त-व्यस्त
हनुमानगढ़ में लगातार 9 घंटे तक हुई बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया। शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई, यहां तक कि कलेक्टर और एसपी कार्यालय में भी पानी भर गया। बीकानेर और श्रीगंगानगर में भी तेज बारिश हुई, जिससे तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गई।
चौथ का बरवाड़ा में हादसा
सवाई माधोपुर जिले के चौथ का बरवाड़ा क्षेत्र में बनास नदी की रपट पर नहा रहे एक युवक की डूबने से मौत हो गई। बारिश के चलते नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया था, जिससे यह हादसा हुआ।
13 जुलाई तक राहत की उम्मीद नहीं
जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि लो-प्रेशर सिस्टम वर्तमान में पश्चिम बंगाल और झारखंड के ऊपर सक्रिय है। यह सिस्टम उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है, जिससे राजस्थान में व्यापक बारिश की संभावना बनी हुई है। विशेष रूप से 11 जुलाई को दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश हो सकती है।
प्रभावित जिले:
येलो अलर्ट वाले जिले: जयपुर, अजमेर, कोटा, सीकर, बीकानेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चूरू समेत 27 जिले
भारी बारिश की आशंका: सवाई माधोपुर, बूँदी, झालावाड़, बारां, उदयपुर, डूंगरपुर
सावधान रहें, सुरक्षित रहें
मौसम विभाग ने लोगों को नदी, नालों और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी है। प्रशासनिक अमला भी अलर्ट मोड में है और राहत-बचाव कार्यों के लिए टीमों को तैयार रखा गया है।
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