करौली न्यूज - जर्जर स्कूल, राजकीय भवनों का निरीक्षण कर प्रस्ताव भिजवायें अधिकारी - जिला कलेक्टर
Karauli - राज्य सरकार के निर्देशानुसार करौली में जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना की अध्यक्षता में साप्ताहिक समीक्षा बैठक हुई। बैठक में आंगनबाड़ी भवनों की मरम्मत, स्कूलों के भवनों के निर्माण, जलभराव क्षेत्रों में सुरक्षा, और बारिश के मौसम में राहत एवं बचाव कार्यों पर चर्चा की गई।

करौली न्यूज टुडे । राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि राज्य सरकार ने आंगनबाडीयों के लिए विभिन्न भवनों की मरम्मत एवं सुदृढीकरण हेतु जिले के 132 भवनों की मरम्मत हेतु 175.65 लाख रूपये का बजट आवंटित किया गया है स्कूलों के भवनों के मेजर रिपेयर, कक्षाओं के निर्माण एवं लेखानुदान बजट घोषणा के अन्तर्गत लगभग जिले में 13 करोड 67 लाख रूपये की प्रशासनिक स्वीकृति जारी हुई है इस संबंध में शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिये है।
संबंधित अधिकारी अपने-अपने कार्यक्षेत्र में स्कूलों एवं सरकारी कार्यालयों तथा भवनों का निरीक्षण कर जर्जर इमारतों को चिन्हित कर मरम्मत के लिए उचित प्रस्ताव सक्षम स्तर को जल्द से जल्द भिजवाये जिससे समय पर इन इमारतों की मरम्मत कर संबंधित विद्यार्थियों, बच्चों, कार्मिकों सहित अन्य हितधारकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। साथ ही जहां कहीं भी जर्जर इमारतों के कारण गतिविधियां प्रभावित होने की संभावना है वहां वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
बैठक में जिला कलक्टर ने क्षतिग्रस्त पुलिया व नदी-नालों, बांध, नहर सहित अन्य जलभराव वाले क्षेत्रों में चेतावनी साईन बोर्ड लगवाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि कोटा बैराज के गेट खोले गये है जिससे चम्बल का जल स्तर बढने की संभावना है। सपोटरा, मंडरायल जैसे प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय रहकर मॉनिटरिंग करें। रसद, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, एसडीआरएफ, जिला परिषद सहित राजस्व विभाग के अधिकारी आने वाली किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए निर्धारित आपदा राहत एवं बचाव से संबंधित एडवायजरी के अनुसार पूर्व तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
उन्होंने जिले में वर्तमान समय में बारिश का मौसम जारी है। जिले में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बांधों, नदी, नालों के जल स्तर में वृद्धि हुई है इस दौरान समस्त उपखंड अधिकारी, विकास अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी आमजन की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता समझते हुए सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ कार्य करे एवं इस दौरान कोई भी अधिकारी एवं कर्मचारी बिना बताये मुख्यालय नहीं छोड़े।
जिला कलेक्टर सोमवार को सभी अधिकारियों को सरकार की मंशा के अनुसार कार्य करने, पेंडिंग चल रहे कार्यों का निस्तारण करने, सहायता के प्रकरणों का निस्तारण करने, बारिश के दौरान शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में जल भराव संबंधी समस्याओं का निस्तारण करने, जल भराव क्षेत्रों में आवश्यक संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता और आवश्यक सेवाओं को सुचारू रखने, इस दौरान प्रभावित लोगों को पेयजल व खाद्य सामग्री सहित जरूरी वस्तुओं की कमी नही होने देने, फील्ड भ्रमण करने, स्कूल, समाज कल्याण, आंगनबाडी केन्द्रों पर वर्षा के दौरान क्षतिग्रस्त भवनों की सूचना शीघ्र भिजवाने, राजस्थान संपर्क पोर्टल के प्रकरणों का संतुष्टिपूर्ण निस्तारण करने, तथा आपदा प्रबंध में जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी आमजन तक पहुंचाने, आकाशीय बिजली एवं अन्य प्राकृतिक आपदाओ से बचाव हेतु पुरी तरह सतर्क रहने, बाढ ग्रस्त मार्गों, नदी, नालों पुलों को पार करने से बचने के निर्देश उपस्थित संबंधित अधिकारियों को दिये।
जिला कलेक्टर ने बैठक में सीएमएचओ को वर्षा के मौसम में चिकित्सालयों में दवाईयों की उपलब्धता बनाये रखने, मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए घरों में जमा पानी को निकालने के संबंध में आमजन को जागरूक करने सहित सतर्क एवं सक्रिय रहकर कार्य करने के निर्देश दिये। जिला कलक्टर ने गत दिनों जनसुनवाई के दौरान प्राप्त परिवादों का निस्तारण करने, महिला एवं बाल विकास, सामाजिक सुरक्षा पेंशन एवं पालनहार में शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिये कहा। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर हेमराज परिडवाल, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक वीडी शर्मा, पशुपालन के संयुक्त निदेशक डॉ. गंगासहाय मीणा, कोषाधिकारी भरतलाल मीणा, सूचना जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक धर्मेन्द्र मीणा सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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