जयपुर: कृषि विभाग का बड़ा एक्शन, नकली उर्वरक और पेस्टिसाइड फैक्ट्री पर छापेमारी

Jun 8, 2025 - 05:24
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जयपुर: कृषि विभाग का बड़ा एक्शन, नकली उर्वरक और पेस्टिसाइड फैक्ट्री पर छापेमारी

जयपुर । कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के निर्देश पर राजस्थान कृषि विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है। विभाग के अधिकारियों ने जयपुर जिले के सीकर रोड स्थित न्यू ट्रांसपोर्ट नगर में एक नकली उर्वरक और पेस्टिसाइड बनाने वाली फैक्ट्री पर छापेमारी की। यह कार्रवाई कृषि विभाग की सख्त निगरानी और किसानों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की गई।

नकली उर्वरक और पेस्टिसाइड का खुलासा - 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सीकर रोड स्थित न्यू ट्रांसपोर्ट नगर के प्लॉट नंबर A-4/192 पर आरके इंडस्ट्रीज नामक फैक्ट्री संचालित थी। इस फैक्ट्री के अंदर और बाहर भारी मात्रा में नकली उर्वरक और पेस्टिसाइड के कट्टे पाये गए। यह पेस्टिसाइड और उर्वरक किसानों को बेचने के लिए तैयार किए जा रहे थे, जिनमें से कई प्रतिबंधित और अवैध रसायन भी पाए गए।

फैक्ट्री के बाहर ताला, अधिकारी मौके पर मौजूद - 

जब कृषि विभाग के अधिकारियों ने फैक्ट्री में कार्रवाई की कोशिश की, तो फैक्ट्री के मुख्य दरवाजे पर ताला लगा हुआ था। अधिकारियों ने बार-बार फैक्ट्री मालिक से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वह मौके पर नहीं पहुंचे और ताला खोलने से मना कर दिया। इसके बाद, कृषि विभाग के अधिकारी मौके पर तैनात हो गए और फैक्ट्री के गेट के पास बैठकर स्थिति पर निगरानी रखने लगे।

कृषि विभाग के अधिकारी मौके पर डटे - 

इस छापेमारी में कृषि विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे। एडिशनल डायरेक्टर पीसी बुनकर, डिप्टी डायरेक्टर कल्याण जाट और सहायक निदेशक लक्ष्मी यादव सहित कई अन्य अधिकारी मौके पर डटे हुए थे। अधिकारियों का कहना है कि यह छापेमारी अवैध उर्वरक और पेस्टिसाइड के खिलाफ उठाया गया एक बड़ा कदम है, ताकि किसानों को गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित रसायन मिल सके।

फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी - 

कृषि विभाग ने फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभाग का कहना है कि यदि फैक्ट्री मालिक ने जल्दी ही ताला नहीं खोला और सहयोग नहीं किया, तो वे कानूनन इसे एक गंभीर अपराध मानेंगे और आगे की कार्रवाई करेंगे।

अधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार की अवैध फैक्ट्रियां किसानों के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं, क्योंकि नकली उर्वरक और पेस्टिसाइड से न केवल भूमि की उर्वरक क्षमता पर असर पड़ता है, बल्कि यह किसानों की आय और स्वास्थ्य के लिए भी खतरा हो सकता है।

कृषि विभाग का अलर्ट और भविष्य की योजनाएं - 

अधिकारियों का कहना है कि यह छापेमारी केवल शुरुआत है। आगे भी कृषि विभाग इस तरह के मामलों पर सख्ती से कार्रवाई करेगा ताकि किसानों को धोखाधड़ी से बचाया जा सके। साथ ही, विभाग ने किसानों को जागरूक करने की योजना बनाई है ताकि वे केवल प्रमाणित और गुणवत्तापूर्ण उर्वरक और पेस्टिसाइड का ही उपयोग करें।

नकली उर्वरक और पेस्टिसाइड पर सख्त कार्रवाई की जरूरत - 

कृषि क्षेत्र में नकली उत्पादों की समस्या बहुत गंभीर है। इसके लिए विभाग को और सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि किसान सही जानकारी के साथ अपने खेतों में काम कर सकें और उनकी मेहनत का सही मूल्य उन्हें मिल सके। कृषि विभाग का यह कदम किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, और आने वाले समय में ऐसे मामलों में और भी कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।

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Jitendra Meena Journalist, Editor ( Mission Ki Awaaz )