राजस्थान RAS परीक्षा को स्थगित करवाने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का भूख हड़ताल

राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) परीक्षा 2024 को स्थगित करवाने की मांग को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर छात्र-छात्राओं का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। कई अभ्यर्थियों ने अपनी बातों को सरकार तक पहुंचाने के लिए भूख हड़ताल शुरू कर दी है।

Jun 7, 2025 - 22:15
Jun 7, 2025 - 22:23
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राजस्थान RAS परीक्षा को स्थगित करवाने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का भूख हड़ताल
RAS MAINS POSTPONE

जयपुर ।  राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) परीक्षा 2024 को स्थगित करवाने की मांग को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर छात्र-छात्राओं का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। कई अभ्यर्थियों ने अपनी बातों को सरकार तक पहुंचाने के लिए भूख हड़ताल शुरू कर दी है। मंगलवार से शुरू हुई इस हड़ताल में 7 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया और परीक्षा स्थगित करने की अपनी मांग पर डटे रहने का निर्णय लिया है।

अभ्यर्थियों का कहना है कि 2023 की RAS भर्ती प्रक्रिया में अभी कुछ अंतिम चरण बाकी हैं, जिसके चलते 2024 की परीक्षा की तैयारी में अभ्यर्थियों को परेशानी हो रही है। उनका यह भी कहना है कि यदि 2024 की परीक्षा इसी साल कराई जाती है, तो उन्हें उचित समय नहीं मिलेगा और इससे उनकी तैयारी पर भी असर पड़ेगा।

अभ्यर्थियों की प्रमुख मांगें - 

  1. RAS 2023 भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया जाए – परीक्षा के सभी चरणों को स्पष्ट किया जाए ताकि अभ्यर्थियों को तैयारी करने का पर्याप्त समय मिले।
  2. RAS 2024 परीक्षा को 2024 के अंत में आयोजित किया जाए– जब तक 2023 की प्रक्रिया पूरी न हो जाए, तब तक 2024 की परीक्षा को स्थगित किया जाए।

भूख हड़ताल और प्रदर्शन - 

राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर छात्रों का प्रदर्शन दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। हजारों छात्र इस मुद्दे को लेकर एकजुट हो गए हैं और मांग कर रहे हैं कि राजस्थान सरकार उनकी समस्याओं का समाधान निकाले। परीक्षा स्थगित करने का नोटिफिकेशन जारी होने तक भूख हड़ताल जारी रखने की घोषणा की गई है।

पीछे नहीं हटेंगे - 

भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों का कहना है कि यदि उनकी आवाज़ को नजरअंदाज किया जाता है, तो वे अपनी लड़ाई को और भी सख्त करेंगे। प्रदर्शनकारियों का दावा है कि इस लड़ाई में वे पीछे नहीं हटेंगे, चाहे जो भी स्थिति हो। हालांकि राजस्थान सरकार या विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, सरकार इस मामले को गंभीरता से देख रही है और जल्दी ही एक निर्णय लिया जा सकता है।

हवामहल विधायक स्वामी बालमुकंदाचार्य ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर छात्रों के भविष्य के साथ कोई समझौता नहीं करने की बात कही है । उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पत्र साझा करते हुए लिखा है "छात्रों के भविष्य के साथ कोई समझौता नहीं। RAS 2024 की मुख्य परीक्षा का आयोजन अंतिम परिणाम के बाद ही हो — इसी आग्रह के साथ माननीय मुख्यमंत्री जी को पत्र प्रेषित किया। हर अभ्यर्थी को न्याय मिलना चाहिए, यही मेरा संकल्प है"

छात्रों का अगला कदम होगा बड़ा - 

छात्रों का कहना है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती, तो वे और भी बड़े कदम उठा सकते हैं, जिनमें सड़कों पर विरोध प्रदर्शन और अन्य तरह की सामूहिक कार्रवाइयाँ शामिल हो सकती हैं। इस आंदोलन की दिशा अब सिर्फ परीक्षा स्थगन तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह विद्यार्थियों के हक़ के लिए एक बड़ा संघर्ष बन चुका है।

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Jitendra Meena Journalist, Editor ( Mission Ki Awaaz )