सवाई माधोपुर : तहसील कार्यालय गंगापुर सिटी के वरिष्ठ सहायक जय शर्मा और एडवोकेट सोनू 75,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

सवाई माधोपुर में ACB की बड़ी कार्रवाई: गंगापुर सिटी तहसील के वरिष्ठ सहायक जय शर्मा और एडवोकेट सोनू 75,000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार।

Jun 24, 2025 - 10:36
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सवाई माधोपुर : तहसील कार्यालय गंगापुर सिटी के वरिष्ठ सहायक जय शर्मा और एडवोकेट सोनू 75,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

सवाई माधोपुर, 23 जून 2025: राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने सोमवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए गंगापुर सिटी तहसील कार्यालय के वरिष्ठ सहायक जय शर्मा और एडवोकेट हरिप्रसाद उर्फ सोनू को 75,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए एसीबी के महानिदेशक पुलिस डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि परिवादी द्वारा सवाई माधोपुर एसीबी इकाई को एक लिखित शिकायत सौंपी गई थी। शिकायत में कहा गया था कि परिवादी द्वारा ग्राम चूली में खरीदी गई कृषि भूमि की रजिस्ट्री कराने के एवज में तहसील के अधिकारियों द्वारा एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है।

शिकायत की सत्यता की जांच के लिए 13 जून 2025 को गोपनीय सत्यापन कराया गया। जांच में पाया गया कि वरिष्ठ सहायक जय शर्मा ने एडवोकेट हरिप्रसाद उर्फ सोनू के माध्यम से तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी, खुद जय शर्मा और सोनू के लिए 1 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। बाद में बातचीत के दौरान रिश्वत की राशि घटाकर 75,000 रुपये कर दी गई।

23 जून 2025 को एसीबी टीम ने जाल बिछाकर गंगापुर सिटी के पावर हाउस इलाके में एडवोकेट सोनू को परिवादी से 75,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। रिश्वत की पूरी राशि सोनू की पहनी हुई शर्ट की जेब से बरामद की गई। इसके तुरंत बाद जय शर्मा को तहसील कार्यालय गंगापुर सिटी से हिरासत में ले लिया गया।

इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी एसीबी भरतपुर रेंज के उप महानिरीक्षक राजेश सिंह द्वारा की गई, जबकि कार्रवाई का नेतृत्व एसीबी सवाई माधोपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्ञान सिंह चौधरी ने किया। पूछताछ और आगे की कानूनी प्रक्रिया एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव के सुपरविजन में की जा रही है।

एसीबी अधिकारियों ने बताया कि तहसीलदार और अन्य राजस्व अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है, और इस दिशा में भी गहन जांच की जाएगी। मामला भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज कर लिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।

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Jitendra Meena Journalist, Editor ( Mission Ki Awaaz )