SMA टाइप-1 से जूझ रहा है करौली का मासूम कार्तिक, 16 करोड़ के इलाज के लिए मदद की दरकार

रिपोर्ट: मिशन की आवाज न्यूज़ डेस्क | करौली
राजस्थान के करौली जिले के नादौती उपखंड के बलदेवपुर गांव का डेढ़ साल का मासूम कार्तिक मीणा एक गंभीर और दुर्लभ आनुवांशिक बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी (SMA टाइप-1) से जूझ रहा है। यह बीमारी धीरे-धीरे शरीर की मांसपेशियों को निष्क्रिय कर देती है और समय पर इलाज न मिलने पर जानलेवा साबित हो सकती है।
कार्तिक का इलाज फिलहाल जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, उसकी जान बचाने के लिए Zolgensma नामक एक विशेष जीन थेरेपी इंजेक्शन की आवश्यकता है, जिसकी कीमत करीब 16 करोड़ रुपये है।
कार्तिक के पिता रवि कुमार मीणा रेलवे विभाग में तृतीय श्रेणी के कर्मचारी हैं और उनके लिए इतनी बड़ी राशि जुटा पाना असंभव है। कार्तिक की माँ ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो के माध्यम से लोगों से आर्थिक सहायता की भावुक अपील की है।
इस मामले को संज्ञान में लेते हुए राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा और करौली विधायक दर्शन सिंह ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर बच्चे के इलाज में आर्थिक मदद प्रदान करने की सिफारिश की है।
समाज और सरकार से मदद की अपील
अब यह ज़रूरी है कि समाज, स्वयंसेवी संस्थाएं और सरकार मिलकर इस मासूम की जान बचाने के लिए आगे आएं। यदि समय रहते कार्तिक को ज़रूरी इलाज मिल गया तो उसकी ज़िंदगी सामान्य हो सकती है। इस दिशा में मुख्यमंत्री राहत कोष से मदद मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
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