गुर्जर महापंचायत के बाद पीलूपुरा में उग्र प्रदर्शन, ट्रेन रोकने वालों पर दर्ज हुआ मामला

राजस्थान के भरतपुर जिले के पीलूपुरा गांव में गुर्जर समाज की महापंचायत के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए। 8 जून को शहीद स्मारक के पास आयोजित महापंचायत के बाद सैकड़ों युवाओं ने रेलवे ट्रैक पर पहुंचकर मथुरा-सवाई माधोपुर पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया। भीड़ ने दो घंटे तक दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक को बाधित किया।
प्रदर्शन के दौरान युवाओं ने ट्रेन के इंजन पर चढ़कर उसके शीशे तोड़ दिए और ट्रैक के लॉक खोल दिए। कई जगह ट्रैक को क्षतिग्रस्त भी किया गया। इस उग्र प्रदर्शन का वीडियो RPF के पास मौजूद है, जिनकी संख्या लगभग 300 है। इन्हीं वीडियो के आधार पर प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा रही है।
FIR दर्ज, कई धाराओं में मुकदमा
SHO कृष्णवीर सिंह की ओर से भरतपुर के बयाना सदर थाने में FIR दर्ज कराई गई है। मामला रेलवे एक्ट और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसी गंभीर धाराओं में दर्ज हुआ है। RPF थाना इंचार्ज प्रदीप कुमार तिवारी ने बताया कि प्रदर्शन के कारण 8 से 10 ट्रेनें प्रभावित हुईं। ट्रैक की मरम्मत के बाद यातायात फिर से बहाल किया गया।
महापंचायत के बाद बिगड़े हालात
महापंचायत के दौरान सरकार ने एक ड्राफ्ट भेजा जिसमें गुर्जर समाज की आरक्षण, मुकदमा वापसी और स्मारक विकास से जुड़ी मांगों का उल्लेख था। हालांकि, REET भर्ती से संबंधित मांगों को शामिल नहीं किया गया, जिससे कई युवा नाराज हो गए। शाम 4:20 बजे के बाद भीड़ ट्रैक पर जा पहुंची और प्रदर्शन किया।
जांच शुरू, वीडियो से की जा रही पहचान
RPF और पुलिस वीडियो फुटेज के आधार पर प्रदर्शन में शामिल युवाओं की पहचान कर रही है। ASI किशनपाल को मामले की जांच सौंपी गई है। वहीं, आंदोलन समिति के कुछ नेताओं पर उकसाने का आरोप भी FIR में दर्ज किया गया है।
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