अजमेर में नकली खाद का कारोबार, जांच के लिए खुद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा पहुंचे

Dr KirodiLal Meena In Action - कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने नकली खाद के काले कारोबार पर करारा प्रहार किया है । अजमेर के किशनगढ़ क्षेत्र में उदयपुर कला गांव में नकली खाद की फैक्ट्रियों पर छापेमारी कर उन्होंने एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया है इस कार्रवाई ने नकली डीएपी (DAP), सिंगल सुपर फॉस्फेट (SSP), और जिप्सम के अवैध कारोबार को उजागर किया है । इन फैक्ट्रियों में मार्बल का पाउडर, कार्बन, मिट्टी और रंगों के माध्यम से नकली खाद तैयार किया जा रहा था। डीएपी में काला कलर, पोटाश में लाल कलर और एसएसपी, जिप्सम व एनपीके मिक्सर में भूरा कलर मिलाकर नकली खाद को कट्टों में पैक किया जा रहा था।
मेरे निर्देश पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने जयपुर में विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र में विभाग की अनुमति के बिना अनाधिकृत उर्वरक / खाद विक्रय किया जा रहा है अधिकारियों ने सीज किया।किसान भाइयों के साथ धोखा करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। कड़ी कार्रवाई होगी। pic.twitter.com/KfAyqOlPvR — Dr. Kirodi Lal Meena (@DrKirodilalBJP) May 29, 2025
नकली किस्मों से किसानों को भारी नुकसान - DAP, SSP और जिप्सम कृषि के लिए अत्यंत आवश्यक सामग्री हैं, DAP में नाइट्रोजन और फॉस्फोरस होता है जो फसल की जड़ों को मजबूती देता है, वहीं SSP मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है और जिप्सम एक प्राकृतिक मिट्टी सुधारक है । इनकी नकली किस्मों से फसल उत्पादन पर बुरा असर पड़ता है और किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है । जांच में यह भी पाया गया कि कई जगहों पर बिना लाइसेंस के उत्पादन हो रहा था और ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर नकली पैकिंग की जा रही थी ।
डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने कहा, “यह किसानों के साथ विश्वासघात है. खेती की रीढ़ डीएपी और एसएसपी को नकली बनाकर किसानों को कर्ज और बर्बादी की ओर धकेला जा रहा था, ऐसे मिलावटखोरों को बख्शा नहीं जाएगा.”
मंत्री ने मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन फैक्ट्रियों को तत्काल सील कर कानूनी कार्यवाही शुरू की जाए। साथ ही दोषियों पर आवश्यक वस्तु अधिनियम और खाद नियंत्रण आदेश के तहत सख्त धाराओं में मामला दर्ज किया जाए।
What's Your Reaction?






