जयपुर में साइबर ठगी का बड़ा मामला: बुजुर्ग से एनआईए अफसर बन 6 लाख रुपए की ठगी
ठगों ने पहलगाम आतंकी हमले का संदिग्ध बताकर बुजुर्ग को डिजिटल बंधक बनाया

जयपुर के गांधी नगर थाना क्षेत्र में साइबर ठगों ने एक 90 वर्षीय बुजुर्ग को चौंकाने वाले तरीके से शिकार बना लिया। खुद को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) का अधिकारी बताकर ठगों ने बुजुर्ग को "डिजिटल अरेस्ट" का डर दिखाया और करीब 6 लाख रुपए की ठगी कर ली।
गांधी नगर थाना प्रभारी आशुतोष सिंह के मुताबिक, जेएलएन मार्ग निवासी पीड़ित ने 23 मई को शिकायत दर्ज कराई थी। बुजुर्ग को व्हाट्सएप पर एक मैसेज और वीडियो कॉल के जरिए यह कहा गया कि उनका नाम पहलगाम आतंकी हमले के संदिग्धों की सूची में है। ठगों ने खुद को एनआईए का चीफ बताते हुए गंभीर कानूनी कार्रवाई की धमकी दी और मामले को रफा-दफा करने के बदले 6 लाख रुपए RTGS के माध्यम से ट्रांसफर करवाए।
ठगों ने उन्हें डिजिटल रूप से बंधक बनाकर रखा और डर का ऐसा माहौल बना दिया कि बुजुर्ग ने किसी को कुछ नहीं बताया। पीड़ित तब तक चुप रहा जब तक पैसे ठगों के खाते में ट्रांसफर नहीं हो गए। पांच दिन बाद जब परिवार ने उनकी मानसिक स्थिति को लेकर बातचीत की, तब जाकर सारा मामला सामने आया।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और तकनीकी साक्ष्य के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। वरिष्ठ अधिकारी इसे ऑनलाइन साइबर ठगी का गंभीर मामला मानते हुए ठगों तक जल्द पहुंचने का दावा कर रहे हैं।
What's Your Reaction?






