फर्स्ट ग्रेड परीक्षा तिथि में बदलाब की माँग को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को सौंपा गया ज्ञापन
First Grade Teacher: आगामी फर्स्ट ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा को स्थगित करने की माँग को लेकर आज छात्र प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को एक ज्ञापन सौंपा।

जयपुर । आगामी फर्स्ट ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा को स्थगित करने की माँग को लेकर आज छात्र प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को एक ज्ञापन सौंपा है । छात्रों ने परीक्षा की वर्तमान तिथि को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि तैयारी का पर्याप्त समय नहीं मिला है, और एक साथ NET-UGC और फर्स्ट ग्रेड की परीक्षा तिथि एक ही समय पर है जिससे हजारों अभ्यर्थी मानसिक दबाव में हैं। मनोज मीणा का कहना है कि यह आंदोलन अब जन आंदोलन बन चुका है, और जब तक फर्स्ट ग्रेड परीक्षा स्थगित नहीं की जाती, तब तक यह आंदोलन निरंतर जारी रहेगा।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ से मिले छात्र-
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने प्रतिनिधिमंडल की बात ध्यानपूर्वक सुनी और आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से संबंधित अधिकारियों एवं सरकार के समक्ष रखेंगे। उन्होंने कहा, "छात्रों की समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यदि परीक्षा स्थगन से छात्रों को राहत मिलती है और गुणवत्ता में सुधार आता है, तो इस पर विचार अवश्य किया जाएगा।"
परीक्षा की तारीखें या परीक्षा का मजाक?
फर्स्ट ग्रेड परीक्षा की तिथियाँ सीधे NET-UGC की 3 मुख्य परीक्षाओं से टकरा रही हैं। यानी या तो युवा UGC दे, या फिर राज्य सेवा की परीक्षा में बैठे ! फर्स्ट ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 23 जून से 4 जुलाई तक होनी है। कुछ अभ्यर्थियों ने परीक्षा की तारीख को तीन महीने आगे बढ़ाने की मांग की है । सरकार को बताया गया, समझाया गया, निवेदन किया गया। पर जवाब वही पुराना: “केंद्र से पूछो, हम क्या करें?”
जब कैंडल मार्च से डरे हुक्मरान -
7 जून को जब अभ्यर्थी JDA पार्क से रिद्धि-सिद्धि चौराहे तक कैंडल मार्च निकालने लगे, तब सरकार की 'लोकतंत्र प्रेमी’ पुलिस ने रास्ता रोक दिया। बहस, धक्का-मुक्की, तनाव सब हुआ। मतलब अब कैंडल जलाना भी अपराध हो गया ? शायद सरकार चाहती है कि युवा सिर्फ ‘घर बैठकर थाली बजाएँ’, चुपचाप वेटिंग लिस्ट में बूढ़े हो जाएँ, और अगली परीक्षा तक ‘धैर्य’ की मूर्ति बने रहें।
बेरोजगारों के साथ धोखा -
राजस्थान युवाशक्ति एकीकृत महासंघ के मनोज मीना ने कहा कि सरकार ने फर्स्ट ग्रेड भर्ती में 3000 पद बढ़ाने की बात कही थी, लेकिन केवल 1100 पद बढ़ाए गए, यह फैसला लाखों बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा है ।
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