अहमदाबाद प्लेन हादसा: 241 की मौत, एकमात्र बचे यात्री रमेश ने कहा- ‘मुझे नहीं पता मैं कैसे बच गया’

अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान रिहायशी इमारतों से टकरा गया। हादसे में विमान सवार 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई। सिर्फ एक यात्री – रमेश विश्वास कुमार – जीवित बचे, जिनकी सीट नंबर 11A थी। घटना के बाद वे खुद पैदल चलकर घटनास्थल से बाहर निकले।
हादसे की दिल दहला देने वाली दास्तां: ‘मैं सीट समेत नीचे गिर गया था’
सिविल अस्पताल में भर्ती रमेश विश्वास कुमार ने बताया कि उन्हें अभी तक यकीन नहीं हो रहा कि वे जिंदा कैसे बचे। उन्होंने कहा, “शायद दरवाजा टूट गया और मैं सीट समेत नीचे गिर गया। आग मेरे बहुत पास थी। जैसे ही आंख खुली, खाली जगह दिखी और बाहर निकल गया।”
घटना के कुछ ही घंटों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिविल अस्पताल पहुंचे और रमेश से करीब 10 मिनट तक बातचीत की। रमेश ने बताया कि प्रधानमंत्री ने उनका हालचाल जाना और हादसे के बारे में पूछा।
टेकऑफ के बाद दो मिनट में क्रैश
विमान गुरुवार दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरा, लेकिन 1:40 बजे ही शहर के सिविल हॉस्पिटल परिसर के हॉस्टल ब्लॉक पर क्रैश हो गया। प्लेन में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक सवार थे। हादसे में डॉक्टर्स के हॉस्टल की चार इमारतों को नुकसान पहुंचा और कई डॉक्टर घायल हो गए।
क्रैश की संभावित वजहें
अब तक की प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, क्रैश की वजह हो सकती है:
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डबल इंजन फेल्योर
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टेकऑफ के दौरान स्पीड की कमी
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वजन असंतुलन या ओवरलोड
हालांकि, DGCA और एयरक्राफ्ट एक्सपर्ट्स हादसे की विस्तृत जांच कर रहे हैं।
घटनास्थल पर मंजर भयावह
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प्लेन का मलबा इमारतों में धंसा हुआ था।
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कई शव इतनी बुरी तरह जले थे कि पहचान मुश्किल थी।
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40 से अधिक तस्वीरें सामने आईं, जिनमें सड़क पर बिखरे शव, धुएं से भरी बिल्डिंग और रोते-बिलखते लोग नजर आए।
ब्रिटिश नागरिकों की मौत, अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
हादसे में 60 विदेशी नागरिकों की मौत हुई। इनमें 52 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई शामिल हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया और कहा कि, “यह दृश्य भयावह था।”
एक नजर में – अहमदाबाद प्लेन हादसा
बिंदु | विवरण |
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विमान | AI-171, बोइंग 787 ड्रीमलाइनर |
दिशा | अहमदाबाद से लंदन |
टेकऑफ समय | 1:38 PM |
क्रैश समय | 1:40 PM |
कुल यात्री | 230 |
क्रू मेंबर | 12 |
कुल लोग | 242 |
मौतें | 241 |
जीवित बचे | 1 (रमेश विश्वास कुमार) |
टकराने का स्थान | सिविल हॉस्पिटल डॉक्टर्स हॉस्टल, अहमदाबाद |
यह हादसा भारतीय विमानन इतिहास का एक भयानक अध्याय बन गया है। सरकार और एजेंसियां जांच में जुटी हैं। रमेश विश्वास की जिंदगी इस दुर्घटना में एक चमत्कार की तरह बची है।
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