गुर्जर महापंचायत: बैंसला बोले- सरकार से बंद कमरे में नहीं, समाज के बीच होगी बात
8 जून को भरतपुर के पीलूपुरा में प्रस्तावित गुर्जर महापंचायत से पहले प्रशासन ने समाज के प्रतिनिधियों से वार्ता की, लेकिन संघर्ष समिति ने इसमें भाग नहीं लिया। विजय बैंसला ने दोहराया कि सरकार से वार्ता बंद कमरे में नहीं, समाज के बीच होगी। महापंचायत की तैयारी जारी है।

8 जून को भरतपुर के बयाना क्षेत्र के पीलूपुरा गांव में होने वाली गुर्जर महापंचायत से पहले प्रशासन और समाज के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई। हालांकि, गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने इस वार्ता से दूरी बनाए रखी। समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने स्पष्ट किया कि सरकार से किसी भी तरह की बातचीत अब बंद कमरे में नहीं होगी, बल्कि समाज के बीच सार्वजनिक रूप से की जाएगी।
बैंसला ने कहा कि प्रशासन ने उन्हें बातचीत के लिए बुलाया, लेकिन उन्होंने पहले ही रूट चार्ट सरकार को सौंप दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी अधिकारी उनसे मिलना चाहें, वो उसी रूट के अनुसार आएं और बातचीत करें — बशर्ते वह निर्णय लेने की स्थिति में हो।
इस बीच, भरतपुर के कलेक्टर अमित यादव और रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने कानून व्यवस्था को लेकर बैठक की। उन्होंने कहा कि महापंचायत न हो, इसके लिए प्रशासन शांतिपूर्ण समाधान की कोशिश कर रहा है। आईजी ने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों जैसे सेना की लाइफलाइन रेलवे या हाइवे बाधित नहीं होने दिए जाएंगे।
समाज के कई प्रतिनिधियों जैसे केदार गुर्जर और टीकम सिंह ने प्रशासन से कई मांगें रखीं — जैसे स्कॉलरशिप, रोस्टर प्लानिंग, देवनारायण बोर्ड की क्रियान्विति आदि।
बैंसला ने अंत में कहा कि सरकार समाज के सामने मसौदा रखे, समाज उस पर निर्णय लेगा। संघर्ष समिति की मांग स्पष्ट है — बात बंद कमरों में नहीं, समाज के सामने होगी।
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