प्रेमी युगल ने लगाई फांसी, जाति बाधा बनी जानलेवा
छत्तीसगढ़ के जंगल में प्रेमी जोड़े के आत्महत्या की दर्दनाक घटना

छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के बालागांव के जंगलों से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक प्रेमी युगल का शव पेड़ से एक ही फंदे पर लटका मिला। घटना मनेंद्रगढ़ कोतवाली थाना क्षेत्र की है और प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है।
अलग जातियों का प्रेम बना मौत की वजह?
घटना ग्राम पंचायत सरईटोला के घुटरा गांव की है। 24 वर्षीय अमर सिंह और 20 वर्षीय चंपा बाई अगरिया एक-दूसरे से प्रेम करते थे। दोनों के बीच बीते कुछ वर्षों से प्रेम संबंध था। ग्रामीणों के अनुसार, दोनों की जाति अलग-अलग थी, जिस कारण उनके परिजन इस रिश्ते को मंजूरी नहीं दे रहे थे।
गुरुवार रात दोनों अचानक घर से लापता हो गए थे। परिजन उन्हें ढूंढ़ते रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। रविवार सुबह बालागांव के जंगल में, घाघी नदी के किनारे ग्रामीणों ने दोनों का शव एक ही पेड़ पर एक ही फंदे से झूलता पाया। शव से बदबू आने लगी थी, जिससे अनुमान लगाया गया कि मौत दो दिन पहले हो चुकी थी।
पुलिस जांच जारी
सूचना पर मनेंद्रगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। मृतकों की पहचान ग्रामीणों ने अमर सिंह और चंपा अगरिया के रूप में की। पुलिस ने फिलहाल इसे आत्महत्या का मामला बताया है, लेकिन सामाजिक और पारिवारिक दबाव की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि में भी आत्महत्या की घटनाएं
मामले को और संवेदनशील बनाता है यह तथ्य कि अमर सिंह के परिवार में पहले भी आत्महत्या की घटनाएं हो चुकी हैं। अमर के पिता प्रेम सिंह और उसकी एक बहन ने भी पहले फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। अब अमर की मौत ने परिवार को और गहरे सदमे में डाल दिया है।
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