करौली में पीसीपीएनडीटी अधिनियम को लेकर तीन सोनोग्राफी केंद्रों का औचक निरीक्षण

करौली जिले में पीसीपीएनडीटी (Pre-Conception and Pre-Natal Diagnostic Techniques) अधिनियम की प्रभावी पालना सुनिश्चित करने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. जयंतीलाल मीणा ने सोमवार को तीन सोनोग्राफी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया।
उन्होंने भगवान महावीर हॉस्पिटल, पारस सोनोग्राफी सेंटर और एसआर सोनोग्राफी सेंटर का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान एफ-फॉर्म, पंजीकरण रजिस्टर और विजिट रजिस्टर सहित सभी आवश्यक दस्तावेजों की जांच की गई। सभी केंद्रों के संचालकों को निर्देश दिए गए कि वे पीसीपीएनडीटी अधिनियम की पूरी तरह से पालना करें और मरीजों को गुणवत्तापूर्ण एवं पारदर्शी सेवाएं दें।
इस दौरान जिला कार्यक्रम समन्वयक नगीना शर्मा ने एक्टिव ट्रेकर की जानकारी ली और मुखबिर योजना को सशक्त बनाने के लिए सूचना, शिक्षा और संचार (IEC) गतिविधियों को बढ़ाने पर जोर दिया।
डीपीसी-आईईसी लखन सिंह लोधा भी निरीक्षण टीम के साथ मौजूद रहे।
इस निरीक्षण का उद्देश्य जिले में लिंग परीक्षण पर नियंत्रण रखना और सभी सोनोग्राफी केंद्रों में पारदर्शिता व जवाबदेही सुनिश्चित करना था। अधिकारियों ने सभी केंद्रों को समय-समय पर आवश्यक रिकॉर्ड अपडेट करने और विधिवत तरीके से व्यवस्थित रखने के निर्देश दिए हैं।
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