मोबाइल रिचार्ज फिर होगा महंगा! 2025 के अंत तक टैरिफ में हो सकती है भारी बढ़ोतरी
Jio, Airtel और Vi साल के आखिर तक टैरिफ बढ़ा सकते हैं। जानें मोबाइल रिचार्ज महंगे क्यों होंगे और कैसे पड़ेगा इसका असर आपके बजट पर।

अगर आप भी हर महीने मोबाइल रिचार्ज को लेकर परेशान रहते हैं, तो यह खबर आपके लिए अहम है। अब तक जो रिचार्ज महंगा लग रहा था, असली झटका तो 2025 के आखिर तक लग सकता है। देश की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां – जियो (Jio), एयरटेल (Airtel) और वोडा-आइडिया (Vi) – फिर से मोबाइल टैरिफ में भारी बढ़ोतरी की तैयारी कर रही हैं।
प्रीपेड ही नहीं, पोस्टपेड प्लान भी होंगे महंगे
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बार सिर्फ प्रीपेड रिचार्ज ही नहीं, बल्कि पोस्टपेड मोबाइल प्लान्स पर भी असर पड़ सकता है। इसका मतलब यह है कि:
- कॉलिंग के लिए आपको ज्यादा पैसा देना होगा
- इंटरनेट डेटा प्लान और भी महंगे होंगे
- SMS और वैल्यू-एडेड सर्विसेज की कीमत में इजाफा संभव है
फिलहाल 28 दिनों के सबसे सस्ते रिचार्ज पर भी ₹200 के आसपास खर्च करने पड़ रहे हैं। टैरिफ बढ़ोतरी के बाद यह लागत ₹250 से ₹300 तक पहुंच सकती है।
क्यों बढ़ रहे हैं मोबाइल रिचार्ज के दाम?
टेलीकॉम कंपनियों के अनुसार, रिचार्ज प्लान्स को महंगा करने के पीछे कई कारण हैं:
- 5G नेटवर्क का विस्तार – देशभर में 5G को बेहतर तरीके से फैलाने के लिए बड़ी मात्रा में निवेश हो रहा है।
- स्पेक्ट्रम की कीमतें – टेलीकॉम कंपनियों को स्पेक्ट्रम खरीदने के लिए अरबों रुपये खर्च करने पड़ते हैं।
- नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर की लागत – हर शहर, गांव और कस्बे में बेहतर नेटवर्क देने के लिए कंपनियां तकनीकी ढांचे पर खर्च कर रही हैं।
हर 9 महीने में टैरिफ बढ़ाना जरूरी: वोडा-आइडिया CEO
वोडा-आइडिया के CEO अक्षय मूंद्रा का कहना है कि, “भारत जैसे बाजार में हर 9 महीने में मोबाइल टैरिफ में संशोधन आवश्यक है ताकि कंपनियां गुणवत्ता वाली सेवाएं दे सकें।” इस बढ़ोतरी से जियो और एयरटेल को सबसे ज्यादा फायदा होगा। एक्सपर्ट्स के अनुसार, इन कंपनियों के राजस्व में 15-19% तक की वृद्धि हो सकती है।
आम आदमी पर सीधा असर
जहां टेलीकॉम कंपनियों के लिए यह कदम फायदेमंद हो सकता है, वहीं आम जनता पर इसका सीधा असर देखने को मिलेगा:
- गरीब और निम्न आय वर्ग के लोग मोबाइल सेवाओं से वंचित हो सकते हैं
- छात्रों, किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों में इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है
- मोबाइल सेवाओं को "सस्ती और सुलभ" बनाए रखना सरकार की बड़ी चुनौती बन सकता है
अब तक कितनी बार बढ़े हैं टैरिफ?
अगर 2025 के अंत तक टैरिफ बढ़ते हैं, तो यह छह साल में चौथी बार होगा जब मोबाइल रिचार्ज की कीमतें बढ़ेंगी:
- पहली बार: दिसंबर 2019
- दूसरी बार: नवंबर 2021
- तीसरी बार: जुलाई 2024
- अगली संभावित बढ़ोतरी: नवंबर-दिसंबर 2025
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